Home Loan लेने से पहले जान लें ये 6 इंपोंर्टेट बातें, वरना खड़ी हो जाएगी बड़ी मुसीबत

HR Breaking News - (Home loan)। भले ही होम लोन लेना आज के समय में नॉर्मल हो गया हो, लेकिन होम लोन कोई छोटा-मोटा लोन नहीं होता है। होम लोन एक बेहद ही महंगा लोन होता है। इसलिए व्यक्ति को होम लोन (Home loan planning) से पहले इससे जुड़ी कुछ जरूरी बातों के बारे में जान लेना चाहिए। अगर लोनधारक इन जरूरी बातों का ध्यान नहीं रखते हैं तो बाद में उनके लिए बड़ी मुसिबत खड़ी हो सकती है। आइए जानते हैं इन जरूरी बातों के बारे में।
करें बचत का आकलन -
सबसे पहले तो आपको होम लोन (rules for home loan) से पहले बचत का आकलन करना चाहिए, क्योंकि इससे आपकी होम लोन (home loan kaise le)लेने की तैयारी के बारे में पता चलता है। अगर आप सही तरीके से नियमित और अनुशासित बचत की आदत डालते हैं तो इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपके पास अपने वित्त पर दबाव डाले बिना लोन और उससे संबंधित खर्चों को पूरा करने के लिए जरूरी धनराशि हो। किंतु अगर आप नियमित बचत नहीं करते है, तो अपने होम लोन आवेदन (home loan applying process) को स्थगित कर देना चाहिए, क्योंकि इससे आपपर वित्तीय बोझ नहीं बढ़ेगा।
डाउन पेमेंट को लेकर तैयारी-
होम लोन लेते समय कुछ राशि आपको डाउन पेमेंट (home loan downpayment) के रूप में चुकानी होती है और ये डाउन पेमेंट प्रॉपर्टी की कीमत का एक प्रतिशत होती है। आम तौर पर देखा जाए तो कम से कम 10 से 20 प्रतिशत राशि आपको पहले ही चुकाना होता है। आप जितना ज्यादा डाउन पेमेंट का भुगतान (Paying the Down Payment) करेंगे, आपके लोन की राशि उतनी ही कम होती जाएगी।
इस तरह से बना लें होम लोन की योजना-
हालांकि प्रॉपर्टी की कीमत (property rates)पर राशि निर्भर करती है, इसलिए जब भी आप होम लोन ले रहे हैं तो सबसे पहले इसकी केलकुलेशन कर लें। अगर आपके पास होम लोन के लिए पर्याप्त बचत नहीं है तो आपको अपने फैसले को टालना चाहिए। उदाहरण के तौर पर हम आपको समझाते हैं, जैसे कि आप जो प्रोपर्टी खरीद रहे हैं, उस प्रोपर्टी की कीमत 80 लाख रुपये है तो आप 15 प्रतिशत डाउन पेमेंट (home loan downpayment option) का विकल्प चुनते हैं, तो आपको ब्याज और प्रोसेसिंग फीस जैसी अतिरिक्त लागतों को छोड़कर करीब 12 लाख रुपये की अग्रिम राशि की जरुरत होगी। अगर आप पहले से योजना बना लेते हैं तो लोन का प्रोसेस थोड़ा ईजी हो जाता है।
लॉन्ग टर्म बजट का केलकुलेशन-
अगर आप होम लोन लेते हैं तो EMI (home loan EmI)आपकी मासिक आय के 40 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए, ताकि आप अन्य वित्तीय जरुरतों को भी पूरी कर सकें। जैसे-जैसे आप मूलधन चुकाते जाते हैं, वैसे-वैसे आपकी EMI कम होती जाती है। होम लोन EMI कैलकुलेटर (home loan emi calculator) के जरिए आप पुनर्भुगतान राशि आपके लॉन्ग टर्म बजट में फिट बैठती है या नहीं, इस बात की जांच कर सकते हैं। अगर EMI से आपके जरुरी खर्चें प्रभावित होते हैं तो आय बढ़ने तक का वेट करें। ऐसे समय में छोटा लोन चुनना या लोन टेन्योर बढ़ाना बेस्ट ऑप्शन हो सकता है।
आय के अनुसार ईएमआई का चुनाव-
अगर किसी व्यक्ति की आय स्थिर होती है या बढ़ती होती है तो इससे लॉन्ग टर्म का पुनर्भुगतान (Long Term Repayment)प्रबंधनीय बनता है। अगर आपके पास नियमित वेतन वृद्धि या करियर ग्रोथ है तो होम लोन लेने के लिए कोई दिक्कत नहीं ह, लेकिन अगर आपकी आय अनिश्चित या अनियमित है, तो होम लोन लेने से आपपर वित्तीय तनाव हो सकता है और इसके चलते भविष्य में आपकी लोन (home loan ke rule) योग्यता प्रभावित हो सकती है।
सह-उधारकर्ता के साथ करें लोन के लिए आवेदन-
अगर आप अकेले की जगह पति या पत्नी या माता-पिता जैसे सह-उधारकर्ता (Co-borrower kon hote hai)के साथ होम लोन के लिए अप्लाई करते हैं तो ऐसे आपकी पात्रता बढ़ सकती है। होम लोन देने से पहले ऋणदाता (Co-borrower ke sath le home loan)दोनों आवेदकों की आय और क्रेडिट प्रोफाइल की जांच करते हैं और इससे आपकी लोन राशि बढ़ सकती है या फिर आपको कम ब्याज दर पर लोन मिल सकता है। अगर आपको कम ब्याज दरों पर लोन मिलता है तो इससे आपपर वित्तीय बोझ कम हो सकता है। इतना ही नहीं लोन पुनर्भुगतान करने वाले सभी सह-उधारकर्ता टैक्स कटौती (Co-borrower tax deduction)का का भी फायदा उठा सकते हैं।
क्रेडिट स्कोर से जुड़ नियम-
लोन के लिए सिबिल स्कोर बेहद अहम है और अगर सिबिल स्कोर (Cibil Scor ekya hai) बेस्ट होता है तो इससे आपको लोन मिलना आसान होता है। अगर आपका सिबिल स्कारे 750 या उससे अधिक होता है तो आपको कम ब्याज दरों पर लोन मिल जाता है। इसके विपरित कम स्कोर (bad cibil Score) के कारण ब्याज दरें बढ़ सकती हैं जब भी लोन के लिए आवेदन करें तो अपना क्रेडिट स्कोर जांच लें। अगर आपका सिबिल स्कोर कम है, तो समय पर बिलों का भुगतान करके, क्रेडिट कार्ड का लिमिट (Credit card limit)में उपयोग करें और मौजूदा लोन को कम करके इसे सुधारें।