home page

Petrol Price Down : आम जनता को बड़ी राहत, इतने रुपये सस्ता होने वाला है पेट्रोल

Petrol Price Down : बढ़ती महंगाई के बीच आम जनता के लिए राहत की खबर। दरअसल कच्चे तेल के दाम धड़ाम हो गए हैं। बता दें कि गुरुवार को कीमत में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इसका कारण डिमांड में कमी और अमेरिकी इंवेंट्रीज में इजाफा है.... आइए नीचे खबर में जान लेते है इस अपडेट से जुड़ी पूरी जानकारी। 
 | 

HR Breaking News, Digital Desk- इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम धड़ाम हो गए हैं. ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई दोनों चार महीने के लोअर लेवल पहुंच चुके हैं. जहां ब्रेंट की कीमत 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे आ गई हैं. वहीं दूसरी ओर डब्ल्यूटीआई के दाम 71 डॉलर प्रति बैरल पर है. वास्तव में गुरुवार को कीमत में करीब 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली है. इसका कारण डिमांड में कमी और अमेरिकी इंवेंट्रीज में इजाफा है. अब सबसे बड़ा सवाल यही है कि इसका फायदा आम लोगों को कब मिलेगा? भारत में पेट्रोल और डीजल के दाम कब कम होंगे?

जानकारों की मानें तो दिसंबर के बाद सरकार और पेट्रोलियम कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमत में कटौती का फैसला ले सकती हैं. इसका मतलब है कि न्यू ईयर पर आम लोगों को सस्ते पेट्रोल का तोहफा मिल सकता है. एनालिस्टों के अनुसार जनवरी के महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमत में 3 से 5 रुपए प्रति लीटर की गिरावट देखने को मिल सकती है. वैसे आने वाले दिनों में ओपक की मीटिंग भी काफी अहम होगी. जिसमें कच्चे तेल के प्रोडक्शन में कटौती को मार्च 2024 तक तक बढ़ाया जा सकता है. जिसकी वजह से कच्चे तेल की कीमत में मामूली तेजी देखने को मिल सकती है.

दूसरी ओर कुछ जानकारों की मानें तो डॉलर इंडेक्स में भले ही गिरावट देखने को मिल रही हो, जिसकी वजह से कच्चे तेल की कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है. उसके बाद भी सबसे बड़ा कंसर्न रुपए में गिरावट को लेकर बना हुआ है. डॉलर के मुकाबले रुपया 83 के लेवल को पार कर चुका है. कच्चे तेल के इंपोर्ट में डॉलर के मुकाबले रुपए में तेजी और गिरावट दोनों अहम रोल निभाता है. आइए आपको भी बताते हैं कि आखिर मौजूदा लेवल पर कच्चे तेल की कीमतें कितनी हो गई हैं. साथ ही जानकार पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती को लेकर क्या अनुमान लगा रहे हैं?

कच्चे तेल की कीमत में गिरावट-

गुरुवार को तेल की कीमतें लगभग 5 फीसदी गिरकर चार महीने में सबसे निचले स्तर पर आ गईं. इसकी सबसे बड़ी वजह अमेरिका और एशिया के कमजोर आंकड़ों के बाद ग्लोबल ऑयल डिमांड को लेकर उठी चिंता को बताया जा रहा है. ब्रेंट क्रूड ऑयल 3.76 डॉलर या 4.6 फीसदी गिरकर 77.42 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ.

यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट क्रूड यानी डब्ल्यूटीआई में 3.76 डॉलर या 4.9 फीसदी गिरकर 72.90 डॉलर पर आ गया. ब्रेंट और डब्ल्यूटीआई दोनों ने पहले 7 जुलाई के बाद से अपने सबसे निचले स्तर, क्रमशः 76.60 डॉलर और 72.16 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार किया था.

रॉयटर्स की रिपोर्ट में प्राइस फ्यूचर्स ग्रुप के एनालिस्ट फिल फ्लिन ने कहते हैं कि मूड और चार्ज दोनों नेगेटिव हैं. इस सेंटीमेंट को बदलने के लिए कुछ करना होगा, और तब तक लोग इसे झेलते रहेंगे जब तक उन्हें एहसास नहीं हो जाता कि अब बहुत हो गया है. अनइंप्लॉयमेंट बेनिफिट के लिए नए क्लेम दाखिल करने वाले अमेरिकियों की संख्या पिछले सप्ताह तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, जिससे पता चलता है कि लेबर मार्केट की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है.

अमेरिकी आंकड़ें और चीन की डिमांड-

यह रिपोर्ट अन्य आंकड़ों के बाद आई है जिसमें दिखाया गया है कि अक्टूबर में सात महीनों में पहली बार अमेरिकी रिटेल सेल्स में गिरावट आई है. इस दौरान मोटर व्हीकल की सेल और अपने शौक पर खर्च में गिरावट देखने को मिली. इसने चौथी तिमाही की शुरुआत में धीमी मांग की ओर इशारा किया जिससे फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में बढ़ोतरी की उम्मीद को और बल मिला.

ओपेक और इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी दोनों ने चौथी तिमाही में सप्लाई में कमी की भविष्यवाणी की है, लेकिन बुधवार को अमेरिकी आंकड़ों से पता चला कि इंवेंट्रीज काफी बढ़ी हुई हैं. दूसरी ओर चीन की इकोनॉमिक हालत की वजह से डिमांड में काफी कमी आ गई है. जिसकी वजह से कच्चे तेल की कीमत में असर देखने को मिला है.

ओपेक मीटिंग पर नजर-

एचडीएफसी सिक्योरिटी के कमोडिटी करेंसी के हेड अनुज गुप्ता के अनुसार निवेशकों की नजरें ओपेक की अगली मीटिंग पर भी है. इस मीटिंग में कई अहम फैसले हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि ऑयल प्रोडक्शन कट को मार्च तिमाही तक के लिए बढ़ाया जा सकता है. जिसकी वजह से कच्चे तेल की कीमत में फिर से इजाफा हो.

लेकिन ये बढ़ोतरी उतना ज्यादा असर नहीं डालेगी. सऊदी अरब और रूस दोनों की ओर से प्रोडक्शन कट किया जा रहा है. ताकि कच्चे तेल की कीमत को कम से भी कम 80 डॉलर प्रति बैरल तक रखा जा सके. दोनों देशों का तर्क है कि कोविड के नुकसान को कम करने के लिए ऐसा किया जा रहा है.

उन्होंने पेट्रोल और डीजल के दाम में कटौती को लेकर कहा कि दिसंबर में दाम कम होने वाली परिस्थितियां कम ही दिखाई दे रही है. सरकार और पेट्रोलियम कंपनियां कच्चे तेल में स्थिरता का इंतजार कर रही हैं. मुमकिन है कि पेट्रोल और डीजल के दाम नए साल से कम होना शुरू हों. अगर ऐसा होता है तो पेट्रोल और डीजल के दाम में 3 से 5 रुपए तक कम हो सकते हैं.

रुपया में गिरावट भी बनी चिंता-

केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया कहते हैं कि डॉलर इंडेक्स में गिरावट है. मौजूदा समय में डॉलर इंडेक्स 104 के लेवल पर आ गया है, जिसके आने वाले हफ्तों में 102 के लेवल पर भी जा सकता है. उसके बाद भी डॉलर के मुकाबले रुपए में गिरावट बड़ी चिंता बनी हुई है. उन्होंने कहा कि देश 80 फीसदीद से ज्यादा कच्चा तेल इंपोर्ट करता है. रुपए के मुकाबले डॉलर में तेजी भारत को महंगे कच्चे तेल की ओर ले जाता है. जिसकी वजह से भारत का ट्रेड डेफिसिट बढ़ता है. ऐसे में आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीज ल के दाम कब तक कम होंगे, कुछ नहीं कहा जा सकता है.

भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत-

वहीं दूसरी ओर भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. देश के महानगरों में आखिरी बार पेट्रोल और डीजल की कीमत में 21 मई के दिन बदलाव देखने को मिला था. उस वक्त देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेट्रोल और डीजल की कीमत में टैक्स को कम किया था. उसके बाद कुछ प्रदेशों ने वैट को कम या बढ़ाकर कीमतों को प्रभावित करने का प्रयास किया था. दिलचस्प बात ये है कि जब से देश में इंटरनेशनल मार्केट के हिसाब से पेट्रोल और डीजल की कीमत में रोज बदलाव होने की शुरुआत हुई है, तब से यह पहला मौका है जब पेट्रोलियम कंपनियों ने रिकॉर्ड टाइमलाइन के दौरान कोई बदलाव नहीं किया है.

देश के प्रमुख शहरों में पेट्रोल और डीजल की कीमत-

नई दिल्ली: पेट्रोल रेट: 96.72 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.62 रुपये प्रति लीटर

कोलकाता: पेट्रोल रेट: 106.03 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 92.76 रुपये प्रति लीटर

मुंबई: पेट्रोल रेट: 106.31 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.27 रुपये प्रति लीटर

चेन्नई: पेट्रोल रेट: 102.63 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 94.24 रुपये प्रति लीटर

बेंगलुरु: पेट्रोल रेट: 101.94 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 87.89 रुपये प्रति लीटर

चंडीगढ़: पेट्रोल रेट: 96.20 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 84.26 रुपये प्रति लीटर

गुरुग्राम: पेट्रोल रेट: 97.18 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 90.05 रुपये प्रति लीटर

लखनऊ: पेट्रोल रेट: 96.57 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.76 रुपये प्रति लीटर

नोएडा: पेट्रोल रेट: 96.79 रुपये प्रति लीटर, डीजल रेट: 89.96 रुपये प्रति लीटर