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Property Rights Rules : क्या है विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम, जानिये इससे शादीशुदा महिलाओं को क्या फायदा

What is MWP Act : शादी के बाद महिलाओं को प्रोपर्टी के अधिकारों को लेकर आज भी जूझते हुए देखा जा सकता है। इससे उन्हें कई तरह के विवाद और परेशानियों का सामना भी करना पड़ता है। इसे देखते हुए विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम (Married Women's Property Act) बनाया गया है। हालांकि अधिकतर महिलाओं को इसके बारे में कम ही जानकारी होती है। इस अधिनियम के कई और भी फायदे हैं, आइये जानते हैं इस बारे में विस्तार से।

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Property Rights Rules : क्या है विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम, जानिये इससे शादीशुदा महिलाओं को क्या फायदा

HR Breaking News (ब्यूरो)। किसी भी विवाहित महिला को शादी के बाद अपने संपत्ति के अधिकारों के लिए दर-दर न भटकना पड़े, इसके लिए कानून में कई प्रावधान हैं। इन्हीं में एक प्रावधान है विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम का। इसमें शादीशुदा महिला के लिए संपत्ति (Married woman's right on property) में हक को लेकर कई तरह की व्यवस्था की गई है, जिसका महिला को सीधे तौर पर लाभ मिलता है। यह अधिनियम महिलाओं को उनके अधिकारों के संरक्षण का लाभ भी प्रदान करता है। खबर में जानिये इससे शादीशुदा महिलाओं को कैसे फायदा मिलता है।

 

महिला के संपत्ति के अधिकारों की होती है रक्षा-

 

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विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम को खासतौर से महिला की संपत्ति (women's property rights in law) पर उसका पूरा अधिकार बनाए रखने के लिए बनाया गया है। यह अधिनियम एक तरह से पति को पत्नी की संपत्ति (wife's right on husband's property) पर कोई दावा करने से रोकता है और इससे उनकी आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित होती है। दूसरे शब्दों में कह सकते हैं कि शादीशुदा महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए Married Women's Protection act बनाया गया है। कानून में यह अधिनियम 1874 में शामिल किया गया था।

 

इस अधिनियम से होती है संपत्ति और निवेश की रक्षा -

 

 

1 . विवाहित महिला संपत्ति अधिनियम, 1874 (Married Women’s Protection Act, 1874) का मुख्य उद्देश्य विवाहित महिलाओं की संपत्ति की सुरक्षा करना है। यह कानूनी प्रावधान महिलाओं की कमाई, संपत्ति, बचत और निवेश (investment tips) को सुरक्षित करता है। यह महिलाओं के स्वामित्व को बनाए रखता है, जिससे उन्हें किसी अन्य के द्वारा जबरदस्ती छीनने से बचाया जा सके। खास बात यह है कि इस कानून के तहत शादी के बाद पति अपनी पत्नी की संपत्ति पर कोई दावा नहीं कर सकता है।


2. MWP एक्ट के तहत यदि पति अपनी बीमा पॉलिसी में पत्नी और बच्चों को लाभार्थी बनाता है, तो पॉलिसी के द्वारा मिलने वाली राशि केवल पत्नी और बच्चों को ही मिलेगी। इस प्रकार, कोई और व्यक्ति इस राशि का दावा नहीं कर सकता।

 

3. यह अधिनियम विशेष रूप से महिलाओं को उनके संपत्ति अधिकारों की रक्षा (protection of property rights) करने के लिए बनाया गया था, ताकि ससुराल वाले, रिश्तेदार और कर्ज देने वाले उनकी संपत्ति पर कब्जा न कर सकें। इसके चलते महिलाओं को अपनी संपत्तियों पर पूरा अधिकार प्राप्त होता है और बाहरी दबाव से वे सुरक्षित रहती हैं।

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4. यह कानून बीमा पॉलिसी (law insurance policy) के माध्यम से परिवार को आर्थिक बोझ और विवादों से बचाता है, क्योंकि यह सुनिश्चित करता है कि पॉलिसी से प्राप्त राशि परिवार के सदस्य तक ही पहुंचे। इस महिला के तमाम संपत्ति अधिकारों की रक्षा होती है।

5. यह अधिनियम विवाहित महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उनके संपत्ति अधिकारों (property rights for women) को सुरक्षित करता है, जिससे महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को मजबूती मिलती है।