Silver : चांदी की ज्चैलरी को लेकर सरकार का नया नियम, ग्राहकों को मिलेगा बड़ा फायदा
Silver Hallmarking ke fayde :सोना-चांदी सबसे महंगी धातुओं में से एक है। कई बार इन कीमती धातुओं में मिलावट करके गहने बेचने की शिकायतें भी सामने आती है, लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। चांदी को लेकर सरकार ने नए नियम बनाए हैं।
HR Breaking News - (ब्यूरो)। भारत में सोने-चांदी का इस्तेमाल हर शुभ अवसर पर किया जाता है। किसी त्यौहार या शादी ब्याह के मौके पर लोग इनकी खरीदारी करते हैं। इस समय सोने की कीमतें सातवें आसमान पर है और इस मामले में चांदी भी पीछे नहीं है पिछले कुछ दिनों में चांदी ने 1 लाख का आंकड़ा छुआ है। इस बार में कोई दौराय नहीं है कि जिस भी चीज की मार्केट में कीमत और डिमांड बढ़ती है उसमें मिलावट की जाती है।
इस समस्या से निपटने के लिए सरकार ने कई अहम कदम उठाए हैं जैसे सोने की शुद्धता की पहचान के लिए हॉलमार्किंग दिया होता है। लेकिन यह चांदी पर नहीं होता। ऐसे में काफी समय से उपभोक्ता चांदी की ‘हॉलमार्किंग’ को लेकर मांग कर रहे थे। हाल ही में एक बड़ा अपडेट सामने आया है। बताया जा रहा है कि गोल्ड की तरह ही सरकार सिल्वर के लिए नए हॉलमार्किंग नियम लागू करने जा रही है। चलिए नीचे खबर में जानते हैं -
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रुकेंगे धोखाधड़ी के मामले-
इन दिनों सोने के साथ-साथ चांदी की क्वालिटी को लेकर भी सवाल उठाए जाते हैं। इन समस्यआओं से छुटकारे के लिए सरकार सोने की तरह चांदी (benefit of Silver Hallmarking) को लेकर भी नियम लागू करने वाली है। सरकार का इसके पीछे का मकसद उपभोक्ता हितों की रक्षा करना है। इससे धोखाधड़ी के मामले भी कम होंगे।
इस तरीके से होती है सोने की शुद्धता की जांच-
हॉलमार्किंग से सोने की शुद्धता की (Gold Hallmark ki importance) जांच हो जाती है। इससे सोने की प्योरिटी पर शक नहीं रहता है। मौजूदा ‘हॉलमार्किंग’ प्रणाली में छह-अंकीय ‘अल्फ़ान्यूमेरिक कोड’ शामिल है। अगर चांदी की ‘हॉलमार्किंग’(Chandi hallmarking) का नियम भी लागू हो जाता है तो इससे भारत में बहुमूल्य धातुओं के गुणवत्ता में सुधार को बल मिलेगा। इससे चांदी और चांदी से बने सामानों (Gold Hallmark)की संभावना कम हो जाएगी और इससे ग्राहकों को काफी फायदा पहुंचेगा, क्योंकि इससे कस्टमर्स को लिए सही सामान पाना आसान हो जाएगा।
सोने पर क्यों अनिवार्य है हॉलमार्किंग-
फिलहाल तो सरकार की और से यह नियम लागू नहीं किया गया है। सरकार ने सोने की शुद्धता को लेकर हॉलमार्किंग (Chandi ki hallmarking kb hogi) को साल 2019 में ही अनिवार्य कर दिया था। आपको बता दें कि सोने की शुद्धता को 24 कैरेट, 22 कैरेट, 18 कैरेट और 14 कैरेट में बांटा गया है। इसके लिए भारतीय मानक ब्यूरो (Bureau of Indian Standards)ने नंबर बना रखा है। जैसे अगर 22 कैरेट गोल्ड(22 Carat gold ka hallmark) की शुद्धता के लिए BIS 916 की हॉलमार्किंग बनाई है। 23 कैरेट के लिए बीआईएस 958 की हॉलमार्किंग होती है। 22 कैरेट गोल्ड में 91।60 प्रतिशत सोना होता है। इसके अलावा शुद्ध सोने यानी 24 कैरेट में 99।9 प्रतिशत प्योर सोना होता है।
कैसे होगी चांदी की हॉलमार्किंग-
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सरकार ने Gold की शुद्धता के लिए हॉलमार्किंग अनिवार्य कर दिया है। अब सरकार की मंशा है कि सोने की तरह चांदी पर भी (what is Silver Hallmarking) हॉलमार्किंग की जाए, लेकिन इस नियम को लागू करने में दिक्कत यह है कि चांदी में सोने की तरह कैरेट नहीं होता है।यानी की चांदी पर हॉलमार्किंग (Chandi ki hallmarking) करना इतना आसान नहीं है। इसी वजह से BIS ने अभी तक इसका ब्योरा तैयार नहीं किया है। फिलहाल सरकार का इस बारे में कहना है की ग्राहकों की मांग पर ब्यूरो जल्द काम शुरू कर सकता है।