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UP में काटे गए 598635 ट्रैफिक चालान, वाहन चालकों से जुर्माने के वसूले गए 502132125 रुपये

traffic rules : ट्रैफिक नियम तोड़ने में दिल्‍ली या मुंबई (पूरे महाराष्‍ट्र )के लोग आगे नहीं हैं। बल्कि एक दूसरे राज्‍य के लोग सबसे आगे हैं। यहां के लोग खूब अधिक ट्रैफिक नियमों का उल्‍लंघन करते हैं। जानिए विस्तार से-
 
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HR Breaking News (नई दिल्ली)। देश में सबसे ज्‍यादा वाहन दिल्‍ली में हैं, तीनों मेट्रोलिटन शहरों मुंबई,कोलकाता और चेन्‍नई के वाहनों को मिलाकर जितनी संख्‍या है, उससे भी अधिक राजधानी में वाहनों की संख्‍या है. लेकिन यह जानकार आपको हैरानी होगी कि ट्रैफिक तोड़ने में दिल्‍ली या मुंबई (पूरे महाराष्‍ट्र) के लोग आगे नहीं हैं. यहां के लोग ट्रैफिक नियम तोड़ने में पीछे हैं. एक दूसरे राज्‍य के लोग सबसे अधिक ट्रैफिक नियमों का उल्‍लंघन करते हैं.

देश में हर साल करीब 4.5 लाख सड़क हादसे होते हैं, इनमें करीब 1.5 लाख लोगों की मौत होती है और करीब 4.5 लाख लोग घायल होते हैं. इन सड़क हादसों की एक बड़ी वजह ट्रैफिक नियमों का उल्‍लंघन है. वाहन चालक ओवर स्‍पीड से या फिर गलत दिशा में चलते हैं, जो हादसों की एक वजह बनता है. ट्रैफिक नियम को तोड़ने वालों पर ट्रैफिक पुलिस लगातार कार्रवाई करती है और इन चालकों से जुर्माना भी वसूला जाता है. ट्रैफिक नियम तोड़ने पर चालान और जुर्माना वसूली के मामले कुछ राज्‍यों में अधिक है तो कुछ में संख्‍या बहुत कम है.

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार पिछले वर्ष सबसे ज्‍यादा चालान उत्‍तर प्रदेश में हुए हैं. इस तरह सबसे अधिक ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले में ही हैं. यहां पर एक वर्ष में 598635 चालान हुए हैं और इन वाहन चालकों से जुर्माने के रूप में 502132125 रुपये की राशि वसूली गई है. वहीं दूसरे नंबर पर देश की राजधानी वहीं दूसरे नंबर देश की राजधानी दिल्‍ली वाले ट्रैफिक नियम तोड़ते हैं. यहां पर 302052 चालान हुए और 192206000 रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले गए हैं. वहीं तीसरे नंबर पर तीसरे नंबर पर तमिलनाडु रहा है, जहां पर 154664 चालान हुए हैं और 60055850 रुपये की राशि वसूली गई है.

इसके साथ कई राज्‍य ऐसे भी हैं, जहां पर लोग ट्रैफिक नियमों का पूरा पालन करते हैं. हालांकि राज्‍य छोटे छोटे हैं लेकिन चालन की संख्‍या सुनकर आप चौंक जाएंगे. सबसे कम चालान सिकक्किम और मणिपुर में हुए हैं. इन दोनों राज्‍यों में एक वर्ष में केवल एक-एक चालान हुए. वहीं कर्नाटक में केवल 3 चालान हुए हैं, इसके साथ ही पर्यटन के रूप में मशहूर राज्‍य गोवा में भी लोग ट्रैफिक नियमों का खूब पालन करते हैं. यहां पर एक साल में 5 चालान हुए हैं.