SIP में 3 हजार के निवेश से तैयार कर सकते हैं 1 करोड़ का फंड, बस जान लें निवेश करने का सही तरीका
SIP - सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक सरल और प्रभावी तरीका है। इसके माध्यम से निवेशक (investor) कम राशि से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, इसमें साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक (Quarterly) आधार पर निवेश किया जा सकता है। इसमें तीन हजार के निवेश से एक करोड़ रुपये का फंड तैयार किया जा सकता है-

HR Breaking News, Digital Desk- सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) म्यूचुअल फंड में निवेश का एक सरल और प्रभावी तरीका है, जिसका हाल के वर्षों में खासतौर पर युवाओं के बीच बहुत बढ़ता चलन देखा गया है। SIP के माध्यम से निवेशक (investor) कम राशि से भी निवेश शुरू कर सकते हैं, जिससे यह सभी के लिए सुलभ हो जाता है। यह नियमित रूप से निवेश करना भी सिखाता है, जिससे निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलती है।
SIP की खास बात-
SIP (Systematic Investment Plan) की विशेषताएं इसे एक सरल निवेश विकल्प बनाती हैं। इसमें साप्ताहिक, मासिक या त्रैमासिक (Quarterly) आधार पर निवेश किया जा सकता है। निवेशक अपनी वित्तीय स्थिति के अनुसार राशि को आसानी से एडजस्ट कर सकते हैं। चुनी गई राशि संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते से ऑटो-डेबिट होती है, जिसके बदले में म्यूचुअल फंड की यूनिट्स मिलती हैं। इसके अलावा, SIP में कम निवेश से शुरुआत की जा सकती है, जिससे निवेश करना और भी सहज हो जाता है।
जल्द निवेश अच्छा-
आजकल लोग अपने फाइनेंशियल भविष्य को लेकर काफी सजग ही गए हैं। वह ऐसे निवेश विकल्पों की तलाश में रहते हैं, जो रिटायरमेंट की उम्र तक पहुंचने पर उनकी वित्तीय जरूरतों को आसानी से पूरा कर सकें। यहां हम जानेंगे कि किस तरह SIP में नियमित निवेश से 1 करोड़ रुपये से ज्यादा का फंड तैयार किया जा सकता है।ध्यान रखने वाली बात यह है कि SIP में यदि आप जल्दी निवेश शुरू करते हैं और लॉन्ग टर्म के लिए उसे जारी रखते हैं, तो कंपाउंडिंग को अपनी शक्ति दिखाने का पूरा मौका मिलता है।
एसआईपी कैलकुलेशन
टारगेट कॉर्पस: 1 करोड़ रुपये
मासिक निवेश: 3000 रुपये
वार्षिक रिटर्न: 12 प्रतिशत
हर महीने 3000 रुपये के निवेश से एक करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि जुटाने में लगभग 31 वर्ष लगेंगे।
इस तरह बढ़ेगा पैसा-
10 वर्षों में 3000 रुपये के मासिक निवेश से इन्वेस्टमेंट अमाउंट (Investment amount) होगा 3,60,000 रुपये, पूंजीगत लाभ 3,12,108 रुपये और अनुमानित कॉर्पस 6,72,108 रुपये हो जाएगा। इसी तरह, 20 वर्षों की अवधि में निवेश राशि 7,20,000 रुपये, पूंजीगत लाभ 20,39,572 रुपये और फंड 27,59,572 रुपये होगा।
ऐसे पहुंचेंगे लक्ष्य तक-
30 वर्षों में 3000 रुपये की मंथली एसआईपी (SIP) से निवेश राशि हो जाएगी 10,80,000 रुपये, पूंजीगत लाभ 81,62,920 रुपये और अनुमानित कॉर्पस 92,42,920 रुपये हो जाएगा। 31 वर्ष में निवेश राशि 11,16,000 रुपये होगी, पूंजीगत लाभ 92,74,369 रुपये और अनुमानित सेवानिवृत्ति कॉर्पस (retirement corpus) 1,03,90,369 रुपये होगा। इस तरह आप अपने लक्ष्य तक पहुंच जाएंगे।
क्या है कंपाउंडिंग?
कंपाउंडिंग (compounding) का अर्थ है पहले मिले रिटर्न पर रिटर्न बनाना, जिसे चक्रवृद्धि ब्याज भी कहते हैं। यह प्रक्रिया समय के साथ मूलधन और संचित ब्याज दोनों पर रिटर्न उत्पन्न करने में मदद करती है। इस विधि से निवेश की मात्रा धीरे-धीरे बढ़ती है, जो लंबी अवधि में तेजी से वृद्धि का कारण बनती है। चक्रवृद्धि ब्याज (compound interest) की शक्ति के परिणाम कई बार अविश्वसनीय लगते हैं, इसलिए यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण और लाभदायक रणनीति मानी जाती है।