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ससुराल वालों के साथ छोटी-छोटी बातों पर होती है नोकझोक तो जरूर करें ये काम

यदि ससुराल वालों के साथ आपके संबंध अच्छे हैं, तो आपकी शादीशुदा जिंदगी बहुत आराम से गुजरती है। वहीं अगर कोई भी औरत सिर्फ अपने पति से ही मतलब रखती हैं तो वह कभी भी अपने परिवार को खुश नहीं रख पाती और ना ही कभी खुद खुश रह पाती हैं। इसके और भी बहुत से नुक्सान होते हैं...
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ससुराल वालों के साथ छोटी-छोटी बातों पर होती है नोकझोक तो जरूर करें ये काम

HR Breaking News (नई दिल्ली)। Good Relationship With In-Laws: इसमें कोई दोराय नहीं कि ससुराल में सबको खुश रख पाना बहुत कठिन काम है। कई बार लोग ऐसे मिल जाते हैं कि उनके साथ एक घर में रहना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस बात को समझना भी जरूरी है कि ससुराल के रिश्ते सिर्फ नाम के लिए नहीं होते हैं। यह पति के साथ आपके रिश्ते को भी प्रभावित करते हैं। अब यह प्रभाव कैसा होगा यह कहीं ना कहीं आप पर भी निर्भर करता है।


वहीं यदि आपने दूसरों के बहकावे में आकर या एक-दो बातों पर ससुराल वालों से किनारा कर लिया है तो इसके नुकसान भी आपको उठाने पड़ जाते हैं, जिसे आप यहां डिटेल में समझ सकते हैं।


मुश्किल घड़ी में नहीं होता कोई सपोर्ट सिस्टम-
​ससुराल में सभी से रिश्ते अच्छे हो तो कभी भी मुश्किल घड़ी का सामना अकेले करने की नौबत नहीं आती है। वरना अलग होने के बाद रिश्तों में इतनी खटास आ जाती है कि कोई भी जानते हुए भी मदद के लिए सामने नहीं आता है। कई बार तो स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि मदद मांगने पर भी कोई परिणाम नहीं निकलता है।

पति से बढ़ जाती है दूरी-
एक पुरुष सबसे ज्यादा प्यार उस महिला से करता है जो उसके माता-पिता और परिवार को संभाल सके उन्हें प्यार कर सके। लेकिन जब यह चीज वह अपनी बीवी में नहीं पाता है, तब वह कहीं ना कहीं उससे नफरत करने लगता है।

ससुराल वालों से रिश्ते खराब करने का यह नुकसान भी मिलता है कि पति को शादी की सीमाओं को समझाने वाला कोई नहीं होता है। शायद इसका ही परिणाम होता है कि अलग रहने वाले कपल्स के बीच एक्सट्रामैरिटल अफेयर्स के मामले ज्यादा देखने को मिलते हैं।

बच्चे नहीं समझ पाते परिवार का मतलब-
बच्चे का पालन-पोषण करना आसान काम नहीं है। बच्चे को लाड़-प्यार के साथ सही सीख मिले इसके लिए जरूरी है कि उनका बचपन घर के बड़े-बुजुर्गों की छांव में गुजरे। इससे उनमें सही संस्कार आते हैं और वह रिश्तों को बेहतर तरीके समझ पाते हैं।

ऐसे में यदि आप अपने ससुराल वालों से रिश्ता खत्म करके पति के साथ अलग रहती हैं तो बच्चों को पालना उन्हें सही शिक्षा देना आपके लिए चुनौतीपूर्ण साबित होने वाला है।

रीति-रिवाज को समझने में होती है परेशानी-
हर घर के अपने रीति-रिवाज होते हैं, जिसे शादी के बाद एक लड़की अपनी ससुराल वालों से सीखती है। लेकिन आज के मॉर्डन समय में इसकी अहमियत को सिरे से नकार दिया गया है। अब लोग सिर्फ उन्हीं रीति-रिवाज को मानते हैं, जो ट्रेंड में हो। वैसे ससुराल वालों से अलग-थलग रहने वाली महिलाओं के पास इसके अलावा कोई दूसरा विकल्प भी नहीं होता है लेकिन इसका मलाल उन्हें जीवन में कई बार जरूर होता है।