sarso tel : सरसों का तेल खाने वाले हो जाएं सावधान, जान लें 5 जरूरी बात
Sarso tel : सरसों प्रमुख खाद्य तेलों में शामिल है। कई लोग इससे बने खाद्य पदार्थों का खूब सेवन करते हैं। हालांकि सरसों के तेल (Mustard Oil Disadvantages) को सेहत के लिए नुकसानदायी भी बताया गया है। इसका अधिक सेवन तो सेहत के लिए कई समस्याएं पैदा कर देता है, इसलिए इसके किसी भी तरह के इस्तेमाल से बचना बेहद जरूरी है।
HR Breaking News - (musturd oil)। आजकल हर रसोईघर में सरसों के तेल का उपयोग किया जाता है। लोग इससे बना भोजन, विभिन्न तरह के व्यंजन भी शौक से खाते हैं, लेकिन इसके सेवन से कई तरह की समस्याएं भी हो सकती हैं। यहां तक कि सरसों तेल का यूज (Mustard Oil) शरीर की मालिश के लिए भी किया जाता है, जो हानिकारक हो सकता है। मामला सेहत से जुड़ा होने के कारण सावधानी बरतनी जरूरी है। आइये जानते हैं सरसों तेल के उपयोग व सेवन से कौन सी समस्याएं हो सकती हैं।
ये भी पढ़ें - Income Tax : बैंक FD पर नहीं लगेगा इनकम टैक्स, लाखों लोगों को होगा फायदा
कई जगह यूज होता है सरसों का तेल
सरसों का तेल भारत में रसोईघर ही नहीं, बल्कि हेल्थ व ब्यूटी के लिए भी होता है। इसके अलावा सरसों के तेल को कई आयुर्वेदिक दवाओं में भी इस्तेमाल किया जाता है। सरसों के तेल (uses of sarso tel) को कड़वा तेल भी कहा जाता है। चोट आदि लगने पर इसे हल्दी के साथ यूज किया जाता है। कई चीजों में इसे फायदेमंद (sarso tel ke fayde) बताया गया है तो कई बार यह नुकसान भी कर सकता है।
सरसों के तेल से होने वाले नुकसान
1. एलर्जी की समस्या : जिन लोगों को सरसों के तेल से एलर्जी है, उन्हें तो इसके सेवन से विशेषकर बचना चाहिए। अगर आपको सरसों तेल (Sarso Tel Ke Nuksan) से एलर्जी है और उसके बाद भी इसका उपयोग या सेवन करना नहीं छोड़ते हैं तो इससे खुजली, सूजन की समस्या हो सकती है। बाद में यह दिक्कत बढ़ जाती है।
सरसों तेल का सेवन (sarso tel) हर किसी के लिए सही रहे, यह जरूरी नहीं है, क्योंकि इसके परिणाम व्यक्ति विशेष पर भी निर्भर करते हैं। कई लोगों को सरसों तेल का सेवन लगातार करते रहने से राइनाइटिस नाम रोग हो सकता है। इसके बाद बलगम की झिल्ली में सूजन तक आ सकती है। धीरे-धीरे यह समस्या गंभीर हो जाती है और खांसी, छींक, नाक से पानी बहाना जैसी समस्याएं शरीर में घर कर लेती हैं।
जब महिला गर्भवती होती है तो उसके लिए अधिक मात्रा में सरसों के तेल का सेवन भारी पड़ सकता है। सरसों तेल (musturd oil) में कई ऐसे रासायनिक तत्व पाए जाते हैं जो गृभस्थ शिशु पर भी बुरा असर डाल सकते हैं। इसलिए गृभवती महिलाओं को सरसों के अधिक सेवन से हमेशा बचना चाहिए।
ये भी पढ़ें - sarso ka bhav : सरसों के भाव में 900 रुपये से ज्यादा की तेजी, जानिये देशभर की मंडियों में सरसों का रेट
सरसों तेल से जुड़ी 2 और जरूरी बात
सरसों के तेल का डेली सेवन करने से व डेली यूज करने से रैशेज की समस्या हो सकती है। शरीर पर सरसों के तेल की मालिश करना सही नहीं रहता, क्योंकि इससे ब्लैकनेस बढ़ती है और शरीर पर कई जगह दाने हो सकते हैं जो बड़ी समस्या को भी जन्म दे सकते हैं।
सरसों के तेल में एरिटिक एसिड (eretic acid in musturd oil) अधिक होता है जो दिल के रोगों को बढ़ावा दे सकता है। यह दिल की मांसपेशियों को भी क्षति पहुंचा सकता है। अधिक मात्रा में इसका सेवन सही नहीं बताया जाता।
नोट : खबर में दी गई जानकारी चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए विशेषज्ञ या चिकित्सक से परामर्श कर लेना जरूरी होता है। इसलिए किसी भी बात को अमल में लाने से पहले अपने चिकित्सक या विशेषज्ञ से जरूर परामर्श कर लें।