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प्यार में धोखा : पति को खाने में नशीली दवाई देकर घर पर बुला लेती थी लवर को, फिर पूरी रात होता था ये काम

ये खबर पढ़ कर आपका भी रिश्तों से मन उठ जायेगा, कैसे एक पत्नी खाने में नशीली दवाई देकर अपने पति को सुला देती थी और उसके बाद अपने प्रेमी को घर बुला लेती थी। आइये विस्तार से जानते हैं ये खबर 

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पति को बेहोश कर, घर बुला लेती थी प्रेमी को ,  फिर होता था कुछ ऐसा

HR Breaking News, New Delhi : रस्सी के फंदे से पंखे पर लटकी एक लाश देखकर पुलिस टीम ने अपना काम शुरू किया. मर चुके इस आदमी की बीवी अपने दो छोटे बच्चों को साथ लेकर चीखते हुए बिलख रही थी. आसपास के कुछ लोग भी इस घर के भीतर, बाहर और पास जमा हो चुके थे. रोती हुई वह औरत कह रही थी कि उसके पति ने खुदकुशी कर ली. लाश को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया और जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो जांच नये सिरे से शुरू हुई क्योंकि मामला खुदकुशी नहीं हत्या का था.

बीते 26 दिसंबर की रात गाज़ियाबाद के लोनी इलाके से 34 वर्षीय इशराज की झूलती लाश मिली थी. पोस्टमार्टम रिपोर्ट कह रही थी कि रस्सी के फंदे से लटकने से पहले ही मौत हो चुकी थी. रस्सी के अलावा भी गले पर कुछ निशान थे. ये खुलासा होते ही लाश की ऑटोप्सी करवाई गई. इस​ रिपोर्ट में एक खुलासा ये हुआ कि मृतक के पेट में कुछ ऐसे केमिकल पाए गए, जो आम बात नहीं थी. ज़हर तो नहीं था लेकिन ऐसे केमिकल्स जैसे ड्रग्स या नशा किया गया हो. साथ ही, पोस्टमार्टम रिपोर्ट की पुष्टि भी इस रिपोर्ट ने की.


अब पुलिस के पास थ्योरी थी और सबूत या इकबालिया बयान की ज़रूरत थी. पूछताछ की पहली कड़ी स्वाभाविक तौर से मृतक इशराज की बीवी रज़िया थी क्योंकि पोस्टमार्टम करने वाले विशेषज्ञ के मुताबिक किसी कपड़े जैसी चीज़ से गला घोंटा गया था. रज़िया से जब बयान लिया गया तो वह कई सवालों के जवाब देते हुए हड़बड़ाई और पिछले बयान से अलग भी जवाब दिए. अब पुलिस का शक पक्का हो गया था कि रज़िया को इशराज की हत्या के बारे में ज़रूर कुछ पता था या हत्या उसी ने की थी.

पुलिस के सवालों और सख़्ती के सामने रज़िया ज़्यादा देर तक टिक नहीं सकी. रोते और सुबकते हुए उसने पूरी कहानी बयान कर दी.
अस्ल में, पिछले करीब एक साल से 32 वर्षीय रज़िया के प्रेम संबंध 29 वर्षीय सलीम के साथ बनना शुरू हुए थे. रज़िया और सलीम चूंकि लोनी के खोड़ा मोहल्ले में ही रहते थे इसलिए दोनों के बीच जान पहचान तो थी ही. इशराज पेशे से कारपेंटर था. इशराज काम पर जाता तो उसकी गैरहाज़िरी में सलीम और रज़िया की मुलाकात होती और दोनों जल्द ही एक दूसरे के करीब आ गए.

संबंधों में दोनों काफी आगे निकल गए थे. कई महीनों के संबंधों में रोड़ा तब अटका जब एक दिन इशराज को रज़िया और सलीम ऐसी हालत में दिखे, जो इशराज के लिए गैरमामूली थी. इशराज ने दोनों पर कुछ नज़र रखी लेकिन उसे खास पता नहीं चला. इसके बाद रज़िया और सलीम ने मुलाकात का कोई और तरीका निकालने की जुगत की.

अब होने ये लगा कि रज़िया खाने या पानी की चीज़ों में नींद की गोलियां मिलाकर इशराज को खिलाने लगी. ये खाना खाकर इशराज गहरी नींद में सो जाता और तब रज़िया फोन करके सलीम को घर बुलाती. यही चक्कर कुछ वक्त तक चलता रहा लेकिन एक दिन राज़ खुलता ही है, तो खुल गया और दिसंबर 2018 में इशराज के सामने रज़िया और सलीम की सच्चाई सामने आ गई.

इशराज ने सलीम को भी खूब डांटा और हाथ भी उठा दिया. इशराज ने सलीम और रज़िया दोनों को सख़्त धमकी दे दी कि अगर सलीम आइंदा उसके घर आया या रज़िया ने कभी उसे घर बुलाया तो अंजाम अच्छा नहीं होगा. अब सलीम और रज़िया ने कुछ दिनों के इंतज़ार के बाद इशराज नाम की मुसीबत को रास्ते से हटाने का फैसला किया.
रज़िया ने बीते 26 दिसंबर की रात इशराज के खाने में नींद की बहुत सारी गोलियां मिला दीं. जैसे ही इशराज सोया, रज़िया ने सलीम को फोन किया. सलीम के घर पहुंचते ही रज़िया ने उसे अपना दुपट्टा दिया. दोनों ने मिलकर दुपट्टे से इशराज का गला घोंट दिया. इशराज के दम तोड़ते ही दोनों ने इस कत्ल को खुदकुशी का रंग देने के लिए एक रस्सी के सहारे इशराज की लाश को पंखे से टांग दिया. फिर सलीम के जाने के बाद रज़िया घर से निकली.

कुछ देर बाद रज़िया घर लौटी और उसने हंगामा शुरू कर दिया. उसने आस पास के लोगों से कहा कि वह कुछ देर के लिए काम से बाहर गई थी और लौटी तो इशराज की लाश देखी. रज़िया ने ये कहानी भी बनाई कि कुछ दिनों से इशराज का धंधा खराब चल रहा था इसलिए वह परेशान था. लेकिन, रज़िया की ये सारी कहानियां जांच रिपोर्टों ने झूठी साबित कर दीं और उसे सच कबूल करना ही पड़ा.