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Success Story - थानेदार की परीक्षा में 3 बार हुआ फेल, नहीं टूटे हौसले, जिद्दी लड़का आखिरकार बन गया IPS

अगर यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा. किसी को भी हैरान कर देने वाली सफलता-असफलता से जुड़ी हू-ब-हू ऐसी ही सच्ची कहानी है जो आज हम आपको बताने वाले है कि थानेदार की परीक्षा में 3 बार फेल होने वाला लड़का आखिरकार कैसे बन गया आईपीएस. आइए जानते है इनकी पूरी कहानी.
 
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थानेदार की परीक्षा में 3 बार हुआ फेल, नहीं टूटे हौसले, जिद्दी लड़का आखिरकार बन गया IPS

HR Breakingn News, Digital Desk- किसी-किसी की जिंदगी में कभी-कभी वो अच्छे-बुरे मुकाम या वाकए पेश आ जाते हैं, जिन्हें तमाम उम्र भूलना किसी इंसान के लिए नामुमकिन सा हो जाता है. हाल-फिलहाल इसका सर्वोत्तम उदाहरण है एक अदना से बिजली मिस्त्री (इलेक्ट्रीशियन) के बेटे की सच्ची कहानी.

वो कहानी जिसमें पहले तो कभी न भुला पाने वाला गम बख्शा. अभी वो उस गम से निजात पाने की जद्दोजहद से जूझ ही रहा था कि, उसके गम से बढ़कर जो खुशी उसे हासिल हुई उसने तो जिंदगी के तमाम गमों पर मिट्टी डाल दी.


अगर यह कहा जाए तो गलत नहीं होगा. किसी को भी हैरान कर देने वाली सफलता-असफलता से जुड़ी हू-ब-हू ऐसी ही सच्ची कहानी है तेलंगाना राज्य के एक गांव के गरीब मगर जिद्दी युवा की. बीते कल में सीरीसेट्टी संकीर्थ (IPS Sirisetti Sankeerth Hyderabad Police) की उथल-पुथल और तूफानी थपेड़ों के बीच हिचकोले खाती किसी भी आम और खास को चौंकाने वाली कहानी.

बीते कल में महज दो तीन साल पहले तक जिंदगी में हासिल तमाम झंझावतों के बोझ से जूझ रहे, बिजली मिस्त्री पुत्र सीरीसेट्टी संकीर्थ और उनके परिवार की आज खुशी का कोई ठिकाना नहीं है.


युवा के सपनों संग जुड़े थे गरीब परिवार के अरमान-


दरअसल वजह ही ऐसी है कि सीरीसेट्टी और उनके परिवार को मिली इस खुशी को नापने का शायद कोई पैमाना जमाने में हाल-फिलहाल तो नहीं बना है. सीरीसेट्टी हैदराबाद के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता पेशे से बिजली मिस्त्री हैं.

गरीबी और विपरीत हालातों में जैसे-तैसे लगनशील सीरीसेट्टी ने पढ़ाई-लिखाई तो पूरी कर ली. उसके बाद समस्या आई कि अब नौकरी कैसे हासिल होगी? ताकि वे परिवार-पिता की जिम्मेदारियों का कुछ बोझ हल्का करके अपने कंधों पर बांट सकें. सीरीसेट्टी की बचपन की तमन्ना थी कि वो पुलिस अफसर बन सकें.

इसके लिए सीरीसेट्टी संकीर्थ (IPS Sirisetti Sankeerth Hyderabad) ने सोचा कि क्यों न हैदराबाद राज्य पुलिस में थानेदार (सब इंस्पेक्टर) बनने की कोशिश की जाए. लिहाजा उन्होंने लिखित और शारीरिक परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी. यह बात है अब से करीब तीन साल पहले ही. हैदराबाद पुलिस (Hyderabad Police) में  सब-इंस्पेक्टर पद की लिखित परीक्षा पास करने के बाद सीरीसेट्टी संकीर्थ का नंबर शारीरिक परीक्षा में शामिल होने का आया.

‘हार’ को ‘जीत’ में बदलने की तमन्ना ने जिद्दी बनाया-


800 मीटर दौड़ को वे निर्धारित समय-सीमा में पूरा करने से मगर चंद सेकेंड के अंतर से पिछड़ गए. इसी असफलता के साथ उनका खाकी वर्दी पहनकर थानेदार बनने का सपना टूट गया. सब-इंस्पेक्टरी की उस परीक्षा में किनारे पर पहुंचकर ‘हार’ का कड़वा स्वाद चखने वाले सीरीसेट्टी संकीर्थ को लगने लगा कि, उस हार ने न केवल उनके ही सपनों और उम्मीदों को रौंदा है. अपितु उनकी उस हार ने परिवार को भी तोड़ दिया है. जीवन में हासिल उस पहली “हार” को मगर हठी सीरीसेट्टी ने “जिंदगी भर की हार” में न बदलने देने की ठानी.

क्योंकि उनकी इस जिद से न सिर्फ सीरीसेट्टी संकीर्थ की जिंदगी, उम्मीदें और अरमान जुड़े थे. उनकी जिद के पीछे परिवार, माता-पिता की महत्वाकांक्षाएं भी सीधे-सीधे जुड़ी हुई थीं. इन सबने मिलकर पिछली हार को अगली जीत में बदलने के लिए उन्हें सामूहिक रूप से प्रोत्साहित किया. लिहाजा तीन साल पहले ही थानेदारी की परीक्षा में हार का मुंह देख चुके दृढ़ इरादों वाले सीरीसेट्टी ने नई सोच को लेकर भारतीय पुलिस सेवा (Indian Police Service IPS) प्रतियोगिता की तैयारी शुरू कर दी.

फेल थानेदार बना IPS Sirisetti Sankeerth-


फौलाद इरादों वाले सीरीसेट्टी की ‘जिद’ ने उन्हें आज वो सफलता हासिल करा डाली है जिसने, न केवल उनकी “हार” का गम मिटाया. अपितु उनकी आने वाली पीढ़ियों तक की किस्मत बदल डाली. फिलहाल हैदराबाद पुलिस की सब-इंस्पेक्टरी की परीक्षा में फेल हो जाने वाले, 27 साल के सीरीसेट्टी संकीर्थ (IPS Sirisetti Sankeerth Hyderabad Polic) अब आईपीएस बन चुके हैं. चंद दिन पहले ही उनकी आईपीएस की ट्रेनिंग पूरी हुई है.

यह ट्रेनिंग उन्होंने हैदराबाद स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल राष्ट्रीय पुलिस अकादमी (Sardar Vallabhbhai Patel National Police Academy Hyderabad) में पूरी की. बीते शुक्रवार को सीरीसेट्टी संकीर्थ के 132 आईपीएस प्रशिक्षुओं वाले बैच का “दीक्षांत परेड” समारोह अकादमी परिसर में संपन्न हुआ. आईपीएस सीरीसेट्टी संकीर्थ मूल रूप से तेलंगाना राज्य के मनचेरियल ( Mancherial District Telangana) जिलांतर्गत स्थित गांव बेलमपल्ली (Village Bellampalli, Mancherial, Telangana) के मूल निवासी हैं.

‘जीत’ का जमाना साथी, ‘हार’ का नाम ‘गुमनामी’-


सीरीसेट्टी संकीर्थ जब हैदराबाद पुलिस की सब-इंस्पेक्टरी की परीक्षा में फेल हो गए थे, तब उन्हें कोई नहीं जानता था. न ही उनकी कहीं कोई चर्चा हुई या की गई. शायद इसलिए क्योंकि एक गरीब परिवार के लड़के के सपनों के टूटने से भला दुनिया जहान का क्या लेना-देना.

सीरीसेट्टी को लेकर चर्चाओं का बाजार तो तब गरम हुआ और उनकी खबरें सोशल मीडिया पर वायरल होनी शुरू हुईं जब, तीन साल पहले थानेदारी की परीक्षा में फेल सीरीसेट्टी संकीर्थ सा हठी युवा आज भारतीय पुलिस सेवा का अफसर बना.