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Success Story: 15 हजार रुपये महीने की नौकरी करने वाले ने बिना किसी से एक रुपये की मदद लिए खड़ी कर दी 30000 करोड़ की कंपनी

Success Story: आप जानते हैं कि आजकल आदमी को अपने सारे सपने पुरे करने के लिए सिर्फ नौकरी ही काफी नहीं हैं इसके लिए बिजनेस में हाथ बढाना पडता हैं। दरअसल, हम आपको बताने जा रहे हैं कामथ ब्रदर्स के बारे में... जिन्होंने देश के सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकर प्लेटफार्म जेरोधा की स्थापना की. जानिए इनकी पुरी कहानी...
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HR Breaking News (नई दिल्ली)। Success Story: देश में पिछले 15 वर्षों में युवा उद्यमियों की संख्या तेजी से बढ़ी है. इनमें फ्लिपकार्ट, ओला और ओयो समेत कई नामी कंपनियों के फाउंडर शामिल हैं, जिन्होंने भारत के ऑनलाइन मार्केट में गहरी छाप छोड़ी है. इसी कड़ी में एक और नाम आता है कामथ ब्रदर्स का, जिन्होंने देश के सबसे बड़े डिस्काउंट ब्रोकर प्लेटफार्म जेरोधा की स्थापना की. नितिन और निखिल कामथ ने मिलकर 2010 में जेरोधा को लॉन्च किया. दोनों भाइयों का ये छोटा-सा स्टार्टअप आज 30,000 करोड़ की कंपनी में तब्दील हो गया है.


बिजनेस में वही लोग सफल होते हैं जो किसी काम के कारोबारी भविष्य को जान लें. जिरोधा की शुरुआत से पहले शायद नितिन और निखिल कामथ ने यह भांप लिया था कि आने वाले समय में देश में शेयर बाजार में निवेश करने वाले लोगों की संख्या बढ़ेगी और डिस्काउंट ब्रोकर की जबरदस्त मांग होगी. आइये जानते हैं आखिर कैसे कामथ ब्रदर्स ने अपने इस बिजनेस वेंचर की शुरुआत की.


बिजनेस के लिए उधार नहीं लिया एक पैसा -
स्टॉक ब्रोकिंग फर्म जेरोधा के फाउंडर्स कामथ ब्रदर्स के पास शेयर और फाइनेंस सेक्टर से जुड़ा कोई अनुभव नहीं था. नितिन कामथ एक इंजीनियर हैं तो निखिल कामथ ने स्कूल में ही पढ़ाई छोड़ दी थी. लेकिन, फिर भी अपने दम पर देश की दिग्गज स्टॉक ब्रोकिंग कंपनी खड़ी कर दी. खास बात है कि बिना फंडिंग के शुरू हुई जेरोधा में आज भी किसी अन्य फर्म का पैसा नहीं लगा है. दोनों भाइयों ने मिलकर कंपनी को प्रॉफिटेबल बना दिया.

कैसे आया जिरोधा का आइडिया -
जेरोधा के फाउंडर और सीईओ, नितिन कामथ ने स्टॉक ब्रोकिंग के बिजनेस में उतरने से पहले इस काम के बारे में अपनी समझ विकसित की. हालांकि, शेयर मार्केट में ऐसा कोई नहीं है जिसने शुरुआत में हाथ नहीं जलाए हो और नितिन कामथ के साथ भी ऐसा ही हुआ. डीएनए की रिपोर्ट के अनुसार, नितिन कामथ ने कम पैसों में मिलने वाले चवन्नी शेयरों में खूब पैसा लगाया. लेकिन, 2001-2002 में शेयर बाजारों में आई मंदी के चलते उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा. इसके बाद, नितिन ने नाइट शिफ्ट में एक कॉल सेंटर में नौकरी की और अपनी ट्रेडिंग जर्नी का जारी रखा.


जेरोधा को शुरू करने से पहले नितिन कामथ ने एक ब्रोकिंग फर्म में काम किया और जरूरी अनुभव हासिल किया. इसके बाद अपने भाई निखिल कामथ के साथ मिलकर जेरोधा की शुरुआत की. निखिल कामथ की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. उन्होंने 10वीं के बाद स्कूल छोड़ दिया था, लेकिन बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए अपने भाई और दोस्तों के साथ मिलकर स्टॉक ट्रेडिंग का अध्ययन किया. इतना ही नहीं निखिल ने दोस्तों के लिए एसेट मैनेजमेंट का काम शुरू कर दिया.


नितिन और निखिल कामथ ने वित्तीय वर्ष 2022-2023 के दौरान सैलरी के तौर पर ₹195.4 करोड़ पाए. अगर इस रकम को प्रतिदिन के हिसाब से कैलकुलेट करें तो यह 53 लाख से ज्यादा बैठती है. entrackr.com की रिपोर्ट के अनुसार, जेरोधा के को-फाउंडर और सीईओ नितिन कामथ ने कंपनी की कीमत 3.6 बिलियन डॉलर या 30,000 करोड़ रुपये आंकी है.